सोमवार, 19 जनवरी 2009

नीतीश सरकार से सवाल करें

साथी, सूबे में असंगठित क्षेत्र के अनेक कलाकार जिनके जीने का जरिया मात्र कला है. इनके बारे में सरकार की कलानीति में कुछ भी प्रावधान नहीं है. सरकार कला के नाम पर जनता व कलाकार को बेवकूफ बना रही है. ऐसा कब तक चलेगा. मुजफ्फरपुर थियेटर एसोसिएशन सरकार की कलानीति के विरोध में सूबे के कलाकारों को गोलबंद कर रहा है.हम चाहते हैं कि आप भी कुछ कहें. सरकार की कलानीति को पढे. समीक्षा करें. साथियों इससे अधिक दुखद बात क्या हो सकती है कि तमाम सियासी दलों के कला संगठन इस मुद्दे पर मौन हैं. अबतक उनके द्वारा इस मुद्दे पर कोइ पहल नहीं हुई है.

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