शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008

सफदर सांस्कृितक जमघट क्याें

सफदर सांस्कृितक जमघट क्याें

साथी,

िबहार सरकार की जाे कला नीित है उसमें बातें ताे बहुत कही गयी हैं, लेिकन िजन कलाकाराें की बदाैलत सूबे में सांस्कृितक माहाैल बचा खुचा है उन कलाकाराें के िलए इस नीित में कुछ भी नहीं है. गांवाें में कस्बाें में अब भी कलाकार उपेिक्षत है. एेसे में मुजफ्फरपुर िथयेटर एसाेिसएशन ने उत्तर िबहार के िवविध कलाकमार्ें से जुडे लाेगाें काे गाेलबंद करने की पहल की है. इस जमघट में हर िजले से संस्कृितकमीर् िहस्सा ले रहे हैं । इस जमघट में मुख्य वक्ता हाेंगे सीिनयर पत्रकार अिनल चमिडया, रंगकमीर् िम िथलेश राय, संजय उपाधयाय, हसन इमाम,डा शकील माेइन, संजय पंकज व संजय झा.यह जमघट सुबह 10 बजे शुरु हाेगा अाैर रात 9 बजे तक चलेगा । इस जमघट में मुख्य रुप से इस बात पर जाेर िदया जायेगा िक सरकार पंचायती राज संस्थाअाें के माध्य से गांवाें में कला संस्कृित का िवकास कराये. गैर व्यावसाियक कलाकाराें के िलए तमाम िजलाें में अािडटाेिरयम काे िनःशुल्क उपलब्ध कराया जाये. बच्चाें के बुिनयादी पाठ्यक्रम में िथयेटर काे शािमल िकया जाये. इसके अलावा अाैर भी कइ मुद्दे हाेंगे िजन पर िवमशर् हाेगा. इस जमघट में िबहार स्तर पर कलाकाराें का संगठन बनाने पर भी िवचार हाेगा.

अापका

एम. अखलाक

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